Monday, July 29, 2013

अरमान....

सुबह से एक गिद्ध मेरे घर के आस पास मंडरा रहा था
शायद कोई जानवर मर गया है आस पास…
पर न कोई गन्दी बू फिजा में न ही कौव्वो की कॉव कॉव
बड़ी आस से मेरे घर को देख रहा था, न जाने किस फ़िराक में था
घर में देखा तो कोई चूहा तक मरा नहीं था
कुछ देर बाद एक अजीब सी बदबू फैल गयी थी घर में

मेरा एक अरमान अभी अभी मर गया था
आँगन में उसकी लाश फ़ेंक दी थी मैंने
हाँ शायद उसी को नोच  नोच कर खाने आया होगा वो गिद्ध