Monday, August 9, 2010

त्रिवेणी...

ऋषियों, सन्यासियों की तरह... 'बुद्धं शरणम गच्छामि' का धीरे धीरे जाप करते हुए वोह बैठे रहते है चरों पहर...
और जब कोई तप भंग करता है तो श्राप देते है जैसे कहीं बिजली गिरी हो...

हवाई जहाज़ जब बादलों के बिच से गुज़रता है तो कितना हिलने लगता है!!!!!....

1 comment:

  1. बढ़िया सोच!



    एक निवेदन:

    कृपया वर्ड-वेरिफिकेशन हटा लीजिये

    वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:

    डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?>
    इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..जितना सरल है इसे हटाना, उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये.

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