देखते ही आपको सादगी का एहसास होता है...
सफ़ेद रंग जो यह आप सजा के चलते हो...
लगता है जैसे सब बिलकुल पाक है...
कोई नज़्म आपकी ग़म के कंधे पे हात रखके सहारा देती है...
जब दिल तनहा हो.. तो कोई शेर आपका महफ़िल सजा देता है...
आपकी लिखी हुई बातें आशिकों का प्यार में हात बटाती है...
भोले भाले सीधे साधे लफ़्ज़ों को बहला फुसला कर कागज़ पर हमेशा के लिए कैद कर देते हो...
जज्बातों को कुछ इस कदर बयान करते हो के जिंदगी बार बार आपको छूके कहती है मुझे भी अपने अन्दर समा लो...
आपकी हर नज़्म से एक सौन्धी सी खुशबू आती है.. जैसे पुरानी किताबों में आती थी...
जिंदगी की हर टूटती शय को आपकी नज्मे जोडती है और हर उभरती शय को जैसे आसमान तक पहुचाती है..
जादूगर लगते हो मुझे....
जिंदगी के कई एहसासों को खूबसूरती से निहार कर जैसे मुर्दा कागज़ में जान फूंकते हो...
Really.. Gulzar Saahab is best.
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